पश्चिम बंगाल के रेजीनगर, मुर्शिदाबाद में रामनवमी शोभा यात्रा में हिंदुओं पर पत्थरबाजी हिंदुओं को निशाना बनाया गया।
पश्चिम बंगाल की राजनीतिक मंचों में संघर्ष और समाज में द्वंद्व के बीच, रामनवमी शोभा यात्राओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ती संवेदनशीलता दिखाई दे रही है। मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में हिंदुओं को लक्ष्य बनाया जाना अत्यंत चिंताजनक है, जो क्षेत्र में एक अल्पसंख्यक है।
रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान हिन्दुओं पर पथरबाजी का का वीडियो BJP के X हैंडल द्वारा ट्वीट करके जानकारी दी गई
मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में हुई हिंसा का मूल कारण उन्हें हिंदू धर्म की परंपराओं को प्रकट करने के लिए रामनवमी के शोभा यात्राओं को अविनाशित करने का प्रयास किया जाना है। यह घटनाक्रम उन्हीं के बारे में सोचने पर मजबूर करता है कि पश्चिम बंगाल में हिंदू समुदाय की सुरक्षा और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता की कमी काफी गंभीर हो गई है।
ममता बैनर्जी के प्रदेश के नेतृत्व में ऐसे हमले की रपट मानवीय संवेदनाओं को हिला देती हैं। उन्होंने हिंसात्मक घटनाओं के समाधान के लिए प्रभावी नकारात्मक कार्रवाई नहीं की हैं, जिससे समाज के भावनात्मक संतुलन में खाई गई गहरी गाढ़ी बढ़ी है।
इस घटना के बाद, राज्य सरकार को सुरक्षा के साथ-साथ धर्मिक समुदायों के अधिकारों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। धार्मिक आधार पर हिंसा को रोकने और धार्मिक स्वतंत्रता को संरक्षित करने के लिए सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। यह सिर्फ एक ही राजनीतिक प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए, बल्कि एक समर्थ और संवेदनशील समाज की भी।
पश्चिम बंगाल में धार्मिक सहिष्णुता और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा महत्वपूर्ण है, और सरकार को इसे लागू करने के लिए सख्त एवं सक्रिय कदम उठाने चाहिए। बिना किसी धार्मिक समुदाय के सहयोग और संरक्षण के बिना, किसी भी समाज की सांघिक समृद्धि संभव नहीं है।
इस संवेदनशील मामले में, सरकार को जवाब देना होगा, और वह धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दिखाना होगा। अन्यथा, सामाजिक असामंजस और अस्थिरता का दौर और भी बढ़ सकता है, जो राज्य के विकास को प्रभावित कर सकता है।