रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर में हाल ही में एक अजमेर इमाम की घटना से गहराई से परेशान हो गई है। हत्या के बाद, परिवार के सदस्य शादी के रिश्ते देखने के लिए रामपुर गए थे, लेकिन वहां उन्हें एक अच्छी खबर की बजाय हत्या की खबर मिली।
परिजनों के अनुसार माहिर की हत्या के पीछे मस्जिद में इमामत का कारण हो सकता है। मोहम्मदी मस्जिद में मुख्य इमाम की मौत के बाद मस्जिद की देखरेख मौलाना माहिर ही करते थे। हत्या में इमामत करने और मस्जिद की जिम्मेदारी को लेकर विवाद हो सकता है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। Source: Amar Ujala
अजमेर की इमाम हत्या का बयान
अमर उजाला के अनुसार, अजमेर के एक इमाम को 26 अप्रैल को मस्जिद में घुस कर हत्या कर दिया गया था। उनके परिवार के सदस्यों ने इसके बाद शादी के रिश्ते देखने के लिए रामपुर का सफर किया था, जहां उन्हें हत्या के बारे में पता चला।
पुलिस का कहना है कि अजमेर में इमाम की हत्या की जांच जारी है, और इसके पीछे का मोटीव अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्होंने तत्काल गिरफ्तारी नहीं की है और वे घटना के संबंध में अन्य लोगों की गवाही लेने में लगे हैं।
परिजनों के अनुसार माहिर की हत्या के पीछे मस्जिद में इमामत का कारण हो सकता है। मोहम्मदी मस्जिद में मुख्य इमाम की मौत के बाद मस्जिद की देखरेख मौलाना माहिर ही करते थे। हत्या में इमामत करने और मस्जिद की जिम्मेदारी को लेकर विवाद हो सकता है।
जांच की प्रक्रिया
अजमेर इमाम की हत्या के पीछे की सच्चाई को जानने के लिए पुलिस ने कई टीमें बनाई हैं और जांच का काम जारी है। इस हत्या के पीछे का कोई संबंध या मोटीव पुलिस को अब तक सामने नहीं आया है।
स्थानीय निवासियों ने इस हत्या को लेकर चिंता जताई है, और वे मामले की गहराई में जाने की मांग कर रहे हैं। वे पुलिस से इस मामले में न्याय करने की मांग कर रहे हैं ताकि दोषियों को सजा हो सके और ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
सामाजिक परिवार का दुःख
इस हत्या मामले के संबंध में परिवार का दुःख अव्यक्त है। उनके परिवार के सदस्य रामपुर आए थे शादी के रिश्ते ढूंढ़ने, लेकिन उन्हें हत्या की खबर सुनकर भारी दुःख हुआ।
न्याय की मांग
परिवार के सदस्यों ने न्याय की मांग की है, और उन्होंने पुलिस से इस मामले में गहरी जांच करने की अपील की है। वे चाहते हैं कि दोषियों को जल्दी से जल्दी सजा हो, ताकि ऐसे अपराधियों को और जोरदार सजा मिले और इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
अजमेर इमाम की हत्या की जांच अब तक जारी है, और पुलिस ने कई टीमें बनाई हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके। इस घटना को लेकर समाज में गहरी चिंता है, और लोगों की मांग है कि इस मामले में जल्दी न्याय मिले।